मराठी भाषेतील म्हणी व त्यांचे अर्थ
(१) संग तसा रंग.
👉-- संगतीप्रमाणे वर्तन करणे.
------------------------------ -----------------
(२) शेजीबाईची कढी , धाव धाव वाढी.
👉-- एखाद्याची वस्तू घेऊन दुसऱ्यावर उपकार दाखविणे.
------------------------------ -----------------
(३) सारा गाव मामाचा एक नाही कामाचा.
👉-- जवळच्या अशा अनेक व्यक्ती असणे; पण त्यांपैकी
कोणाचाच उपयोग न होणे.
------------------------------ -----------------
(४) मानेवर गळू आणि पायाला जळू.
-- रोग एकीकडे उपाय भलतीकडे.
------------------------------ -----------------
(५) डोळ्यात केर आणि कानात फुंकर.
👉- -- रोग एका जागी व उपचार दुस-या जागी.
------------------------------ -----------------
👉-(६) शितावरून भाताची परीक्षा.
-- वस्तूच्या लहान भागावरून त्या संपूर्ण वस्तूची परीक्षा होते.
------------------------------ -----------------
(७) रात्र थोडी सोंगे फार.
👉- -- कामे भरपूर ; पण वेळ थोडा असणे.
(८) कामापुरता मामा.
👉- -- गरजेपुरते गोड बोलणारा; मतलबी माणूस.
------------------------------ -----------------
(९) इकडे आड, तिकडे विहीर.
👉-- दोन्ही बाजूंनी संकटात सापडणे.
------------------------------ -----------------
(१०) अंथरुण पाहून पाय पसरावे.
👉-- ऐपतीच्या मानाने खर्च करावा.
👉-- ऐपतीच्या मानाने खर्च करावा.
------------------------------ -----------------
(११)बळी तो कान पिळी.
👉-- बलवान माणूस इतरांवर हुकमत गाजवतो.
------------------------------ -----------------
(१२) एका पिसाने मोर. ( होत नाही )
👉-- थोड्याशा यशाने हुरळून जाणे.
=========================
सामान्यज्ञान माहिती व विविध प्रकारचे रंजक
उपक्रम वाचवण्यासाठी खालील लिंकला क्लिक
करून ब्लाॅगवरून माहिती मिळवा.
0 Comments